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कर्मयोगी को काव्यांजलि: स्वर्गीय रणजीत सिंह स्मृति समारोह (Poetic Offering to a Karmayogi: Late Ranjeet Singh Memorial Ceremony)

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हर्रैया, बस्ती – स्थानीय चेयरमैन कुंवर कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने अपने पिता स्वर्गीय रणजीत सिंह जी की 28वीं पुण्यतिथि के अवसर पर एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया। यह सम्मेलन हर्रैया कस्बे में आयोजित किया गया और इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से प्रसिद्ध कवियों ने भाग लिया।

फाइल फोटो स्वर्गीय रणजीत सिंह


स्वर्गीय रणजीत सिंह जी एक समर्पित समाज सेवक थे। वे हमेशा लोगों और समाज के सुख-दुख में उपलब्ध रहते थे। उनकी सरलता, सहजता और लोगों के प्रति समर्पण ने उन्हें हर्रैया क्षेत्र में एक विशेष स्थान दिलाया।  वे न केवल एक समाजसेवी थे बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी थे।  उनके द्वारा किए गए कार्यों को आज भी लोग याद करते हैं और उनसे प्रेरणा लेते हैं।  यही कारण है कि उनकी 28वीं पुण्यतिथि पर आयोजित इस कवि सम्मेलन में उमड़ी भीड़ ने उनकी लोकप्रियता और समाज में उनके योगदान को दर्शाया।
इस विशेष कार्यक्रम के संयोजक राम नरेश सिंह मंजुल जी थे, जिन्होंने कुशलतापूर्वक सम्मेलन का संचालन किया।  उनकी साहित्यिक समझ और आयोजन क्षमता ने कार्यक्रम को चार चांद लगा दिए।  उन्होंने कवियों और श्रोताओं के बीच एक सहज संवाद स्थापित किया, जिससे कार्यक्रम की रोचकता और भी बढ़ गई।  कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाते हुए, श्री अखिलेश सिंह, आयुक्त बस्ती मंडल, बस्ती और अजय त्रिपाठी, अपर निदेशक, स्थानीय निकाय, लखनऊ ने संरक्षक के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।  इनकी उपस्थिति ने कवियों और श्रोताओं को प्रोत्साहित किया और कार्यक्रम को एक आधिकारिक मान्यता प्रदान की।
कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों की सूची इस प्रकार थी: बुद्धीनाथ मिश्रा (देहरादून), अरुण जेमिनी (दिल्ली), विनीत चौहान (राजस्थान), कविता त्रिपाठी (दिल्ली), कुंवर जावेद (राजस्थान), चंदन राय (मुंबई), अभय सिंह निर्भीक (लखनऊ), नीरज पांडेय (रायबरेली), मनु वैशाली (दिल्ली), और रामायण धर द्विवेदी (हर्रैया, बस्ती)। इन सभी कवियों ने अपनी ओजस्वी कविताओं से श्रोताओं का मन मोह लिया।  हास्य, व्यंग्य, देशप्रेम, और श्रृंगार रस से सजी कविताओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।  हर एक कवि ने अपनी विशिष्ट शैली और प्रतिभा से दर्शकों को प्रभावित किया।  किसी ने अपनी हास्य कविताओं से हंसाया, तो किसी ने अपनी देशभक्ति की कविताओं से जोश भर दिया।  श्रृंगार और प्रेम रस की कविताओं ने दर्शकों को भावुक कर दिया।
इस कवि सम्मेलन में स्थानीय समुदाय की भी भरपूर भागीदारी देखने को मिली।  हर उम्र और वर्ग के लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए और कवियों की कविताओं का आनंद लिया।  स्थानीय लोगों ने इस प्रकार के उच्च स्तरीय कवि सम्मेलन के आयोजन के लिए चेयरमैन कुंवर कौशलेंद्र प्रताप सिंह की सराहना की।  उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन हमारी संस्कृति और साहित्यिक धरोहर को बढ़ावा देते हैं।  स्वर्गीय रणजीत सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, उपस्थित सभी लोगों ने उनके योगदान को याद किया।  लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके द्वारा किए गए समाज सेवा के कार्यों को याद किया।
यह कवि सम्मेलन न केवल एक साहित्यिक कार्यक्रम था बल्कि यह एक सांस्कृतिक उत्सव भी था।  इसने स्थानीय समुदाय को एक साथ आने और कला और संस्कृति का आनंद लेने का अवसर प्रदान किया।  इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देते हैं।  यह आयोजन हर्रैया क्षेत्र के लिए एक यादगार घटना बन गया और इसने स्थानीय साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को एक नई गति प्रदान की।  इसकी सफलता ने भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के लिए मार्ग प्रशस्त किया है।  कवि सम्मेलन का समापन राष्ट्रीय भावना और एकता के संदेश के साथ हुआ।  सभी ने एक स्वर में स्वर्गीय रणजीत सिंह जी को नमन किया और उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद किया।  यह कवि सम्मेलन उनकी स्मृति को एक सच्ची श्रद्धांजलि थी और समाज में उनके योगदान को सदैव याद रखने का एक प्रयास था।

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