प्रयागराज: मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर महाकुंभ में स्नान के लिए उमड़ी भारी भीड़ के कारण आज दोपहर 12 बजे भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि पीछे से आ रही भीड़ ने अचानक धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए हैं और प्रशासन स्थिति को संभालने में जुटा हुआ है।
कैसे हुई भगदड़?
महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन संगम स्नान का विशेष महत्व है, जिससे लाखों श्रद्धालु यहां पहुंचे थे। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, भीड़ बढ़ती गई। दोपहर 12 बजे के करीब, जब श्रद्धालु संगम तट की ओर बढ़ रहे थे, तभी पीछे से आ रही भीड़ ने आगे बढ़ने के लिए धक्का देना शुरू कर दिया। इससे आगे खड़े श्रद्धालु असंतुलित होकर गिरने लगे और भगदड़ मच गई।
घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हो गए हैं। कुछ लोगों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस और मेडिकल टीम को घटनास्थल पर भेजा और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित किया
घटना की गंभीरता को देखते हुए, अखाड़ों ने अमृत स्नान को स्थगित करने का फैसला लिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि “हम संत समाज की ओर से संयम और समझदारी दिखा रहे हैं ताकि कोई और बड़ा हादसा न हो।”
सुरक्षा व्यवस्था हुई कड़ी
भगदड़ के बाद प्रशासन ने पूरे कुंभ क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
- मेला क्षेत्र में प्रवेश फिलहाल रोक दिया गया है।
- अतिरिक्त पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात किया गया है।
- लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को धैर्य बनाए रखने की अपील की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और प्रशासन को तत्काल राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि भीड़-भाड़ से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील
प्रशासन और पुलिस ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे धैर्य रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और घायलों को पूरी मदद दी जा रही है।
निष्कर्ष
मौनी अमावस्या पर उमड़ी भीड़ के कारण 12 बजे भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग घायल हो गए। प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में लगा हुआ है, और अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित कर दिया है। श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और भीड़ में धक्का-मुक्की से बचें।
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