शिक्षा विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। यह मामला भ्रष्टाचार और काले धन की कमाई से जुड़ा माना जा रहा है। विजिलेंस विभाग इस पूरी घटना की जांच कर रहा है और नकदी के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रहा है।
यह घटना बिहार के सरकारी अधिकारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करती है और राज्य प्रशासन के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।