प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 के मौनी अमावस्या स्नान के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस महापर्व में लगभग 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया और युद्ध स्तर पर तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस आयोजन को भव्य, व्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, आवागमन, संचार और अन्य सुविधाओं को लेकर अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।
1. रेलवे सेवाओं का समन्वय:
महाकुंभ के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही को देखते हुए रेलवे को अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे। श्रद्धालुओं के लिए टिकट बुकिंग से लेकर प्लेटफॉर्म तक की व्यवस्था सुचारू होगी।
2. बस सेवा का विस्तार:
महाकुंभ के लिए सभी जिलों से विशेष बसें चलाई जाएंगी। इसमें ई-बस और शटल बस सेवाएं शामिल होंगी, जो श्रद्धालुओं को आयोजन स्थल तक लाने और ले जाने में मदद करेंगी। ये बसें 24 घंटे चालू रहेंगी, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
3. बिजली और पानी की निरंतर आपूर्ति:
मुख्यमंत्री ने आयोजन स्थल और घाटों पर 24 घंटे बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी पेयजल कियोस्क और जल शुद्धिकरण इकाइयों की भी व्यवस्था की जाएगी।
4. स्नान घाटों की सुरक्षा और बैरिकेडिंग:
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को घाटों पर सुरक्षा इंतजाम कड़े करने और बैरिकेडिंग लगाने का निर्देश दिया है। स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ और पुलिस बल को तैनात किया जाएगा। साथ ही, घाटों पर लाइफ जैकेट और मेडिकल इमरजेंसी सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
5. संचार नेटवर्क को मजबूत करना:
महाकुंभ में लाखों लोगों की मौजूदगी को देखते हुए टेलीकॉम कंपनियों को मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है। इससे श्रद्धालु अपने परिवार और प्रशासन के संपर्क में रह सकेंगे।
6. साफ-सफाई और स्वच्छता:
आयोजन स्थल पर सफाई व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। घाटों और शिविरों में कूड़ा प्रबंधन और शौचालय की सुविधाओं को दुरुस्त किया जाएगा। “स्वच्छ महाकुंभ” अभियान के तहत पूरे आयोजन स्थल पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
पूरी कैबिनेट करेगी स्नान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि अगले हफ्ते वे अपनी पूरी कैबिनेट के साथ महाकुंभ में बैठक करेंगे। इस बैठक के बाद वे कैबिनेट मंत्रियों के साथ मौनी अमावस्या पर संगम में पवित्र स्नान करेंगे। यह कदम श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक होगा और सरकार की इस आयोजन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाएगा।
बता दे की अमृत स्नान का आयोजन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अच्छी तरह से कर चुकी है हुए अभी भी पूरी व्यवस्था सुचारु रूप से सरकार और प्रशासन के कण्ट्रोल में है।
महाकुंभ का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का भी प्रतीक है। इस आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आते हैं, जो भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हैं। मुख्यमंत्री ने इसे “भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक” बताते हुए अधिकारियों को तीर्थयात्रियों को हर संभव सुविधा देने का निर्देश दिया है।
महाकुंभ के माध्यम से उत्तर प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सरकार द्वारा इस आयोजन के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, आध्यात्मिक सभाएं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था और वैश्विक पहचान को मजबूती मिलेगी।