उत्तर प्रदेश में ठंड और घने कोहरे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य के 25 जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। घने कोहरे के कारण दृश्यता (विजिबिलिटी) लगभग शून्य हो गई है, जिससे आम लोगों के जीवन में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
दृश्यता शून्य, आवागमन प्रभावित
घने कोहरे के चलते सड़कों और रेलवे ट्रैक पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दृश्यता कम होने के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कई जगहों पर वाहन धीमी गति से चलने को मजबूर हैं।
रेलवे सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे कई ट्रेनों में देरी हो रही है।
हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है, जिससे उड़ानों में देरी और रद्द होने की खबरें आ रही हैं।
स्कूलों के समय में बदलाव और बंद
कोहरे और ठंड को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।
प्राथमिक विद्यालयों को देर से खोलने का निर्देश दिया गया है।
कुछ जिलों में अत्यधिक ठंड के कारण स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया है।
यह कदम बच्चों को ठंड और कोहरे के प्रकोप से बचाने के लिए उठाया गया है।
दुर्घटनाओं में वृद्धि
कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
कई जगहों से वाहन टकराने की खबरें सामने आई हैं।
मुख्य रूप से हाइवे पर गाड़ियों की धीमी गति और अचानक ब्रेक लगाने से टकराव हो रहे हैं।
प्रशासन ने लोगों से सावधानीपूर्वक वाहन चलाने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
मौसम विभाग का अलर्ट और सलाह
मौसम विभाग ने बताया है कि कोहरे और ठंड का यह प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा।
ऑरेंज अलर्ट के तहत लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
वाहन चालकों को फॉग लाइट का इस्तेमाल करने और धीमी गति से वाहन चलाने की हिदायत दी गई है।
गर्म कपड़े पहनने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने पर जोर दिया गया है।
प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने कोहरे और ठंड से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं।
सड़क पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हाइवे पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
राहत शिविरों में कंबल वितरण और अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है।
अस्पतालों में कोहरे से जुड़ी समस्याओं जैसे सर्दी, खांसी और निमोनिया के मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में कोहरे का यह दौर जनजीवन को प्रभावित कर रहा है। प्रशासन और मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों को ध्यान में रखकर ही यात्रा करें और आवश्यक सावधानियां बरतें। अगले कुछ दिनों में हालात सुधरने की संभावना है, लेकिन तब तक सतर्क रहना जरूरी है।